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कानपुर में 96 करोड़ रूपये की पुरानी करेंसी बरामद, नौ पकड़े गए

नोटबंदी के 14 माह बीतने के बाद कानपुर के दो नामी लोगों समेत नौ लोगों को पुलिस ने करीब 96 करोड़ रुपये के पुराने नोटों के साथ पकड़ा। इस सिलसिले में सोलह लोगों के नाम पते सामने आए हैं।

By Nawal MishraEdited By: Updated: Wed, 17 Jan 2018 07:57 PM (IST)
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कानपुर में 96 करोड़ रूपये की पुरानी करेंसी बरामद, नौ पकड़े गए

कानपुर (जेएनएन)। नोटबंदी के 14 माह बीतने के बाद भी पुराने नोट का निस्तारण न करने वाले कानपुर के दो नामी लोगों समेत नौ लोगों को पुलिस ने करीब 96 करोड़ रुपये के पुराने नोटों के साथ पकड़ा। इस सिलसिले में सोलह लोगों के नाम पते सामने आए हैं। ये नोट पूर्वांचल के एक्सचेंज करने वालों के माध्यम से खपाए जाने थे। एसएसपी अखिलेश कुमार ने आइजी क्राइम ब्रांच की सूचना पर एसपी पश्चिम डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी पूर्वी अनुराग आर्य की टीम के साथ स्वरूपनगर, गुमटी, जनरलगंज व अस्सी फिट रोड स्थित व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में छापेमार कर नकदी बरामद की। कल देर रात तक पुलिस पूछताछ के आधार पर छापेमारी की। आज मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आयकर टीम पकड़े गए लोगों से पूछताछ व उनसे बरामद रकम की गिनती करती रही। पुलिस की इतनी बढ़ी रकम बरामदगी के बाद आयकर विभाग से लेकर विजलेंस टीम तक की आंखें फटी की फटी रह गईं। 

पांच गुना टैक्स के साथ जेल

पुरानी करेंसी रखने पर जेल जाने के साथ इन लोगों के बरामद रकम पर पांच गुना आयकर देना होता है। जमा न करने की स्थित पर इसकी रिकवरी उनकी चल-अचल संपत्ति से किए जाने का प्रावधान है। एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि पुराने नोटों की बड़ी खेप पकड़ी गई है। मामले की जांच पड़ताल में नौ लोग गिरफ्तार किए गए हैं। आयकर विभाग के अधिकारी जांच कर रहे हैं। राम भर रकम की गिनती चली। बरामद रकम  96 करोड़ रुपए हैं।  इस सिलसिले में नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

बिल्डर और कपड़ा कारोबारी के घर नोटों की गिनती जारी 

पुलिस के छापे में बिल्डर और कपड़ा कारोबारी आनंद खत्री के घर से मिले पुराने नोटों की गिनती जारी है।अभी तक 96 करोड़ रुपये से अधिक गिने जा चुके हैं। माना जा रहा है यह रकम 100 करोड़ के पार जाएगी। यह गिनती आनंद खत्री के पारिवारिक सदस्य आत्माराम खत्री के घर पर हो रही है। आत्माराम खत्री का क्या इंवॉल्वमेंट है यह भी जांच के दायरे में है। आयकर विभाग की टीम यहां पर पहुंच चुकी है और पड़ताल कर रही है कि नोट कहां से आए। अभी तक की पड़ताल में सूचना है कि यह पूरे देश से नोटों को इकट्ठा कर रहे थे और नोट बदलने का रैकेट चला रहे थे। एजेंटों को पेमेंट कर दिया गया था। यह पेमेंट किस रूप में हुआ इसकी भी जांच चल रही है।बताया जा रहा है आनंद खत्री ने तीन महीने पहले खरीदा था और स्टोर रूम के रुप में इस्तेमाल हो रहा था।यहां पूरे देश से पुराने नोट लाए जा रहे थे। गिनती पूरी। 96.62 करोड के पुराने नोट हैं।

 


एनआरआई कोटे से नोट बदलने का चला रहे थे खेल

स्वरूप में करीब 90 करोड़ रुपये की नकदी के साथ गिरफ्तार कारोबारी और मनी एक्सचेंजर एनआरआइ कोटे के तहत नोट बदलने का खेल कर रहे थे। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि इन लोगों ने नोट बदलवाने के नाम पर कई लोगों से एक हजार और पांच सौ रुपये के नोट इकट्ठा किये थे। इन नोटों को हवाला के माध्यम से दुबई और अमेरिका भेजा जाना था। आरोपियों के साथ पकड़ा गया हैदराबाद निवासी कोटेश्वर हवाला के माध्यम से नकदी बाहर भेज रहा था। पुलिस ने इनके पास से बरामद रकम गिनने के लिए कई मशीनें मंगाई हैं। देर रात तक नोटों की गिनती जारी रही।
एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि कपड़ा कारोबारी व बिल्डर आनंद खत्री के यहां से पुराने नोट की बढ़ी खेप बरामद हुई है। इसके साथ ही मोहित व संतोष नाम के युवक भी पकड़े गए है। इनकी निशान देही पर पुराने नोट के बदले नए नोट बदलने का खेल करने वाले सात और लोगों को पकड़ा गया है। पकड़े गए लोगों में हैदराबाद के भी दो व्यक्ति शामिल है। यह लोग विदेश की कंपनी के माध्यम से रुपया बदलने की बात कह कर लोगों से रकम जुटा रहे थे। पकड़ी गई रकम में करीब आधा पैसा आनंद खत्री का है। शेष रकम किसकी है, इस खेल में और कौन कौन शामिल है और अभी और कहां कहां रकम हो सकती है, इसका पता लगाया जा रहा है।

देर रात आयकर विभाग ने शुरू की छापेमारी
कपड़ा कारोबार के साथ साबुन व प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले आनंद खत्री के ठिकानों पर आयकर विभाग ने देर रात छापेमारी शुरू कर दी। काहूकोठी व जनरलगंज समेत स्वरूपनगर स्थित घर व शोरूम पर भी आयकर की टीम पहुंची और जांच में जुट गई। टीम दुकान के लेजर बुक व गोदाम के स्टाक का मिलान करती रही।

छापेमारी के बाद कपड़ा कारोबारियों में हलचल
आनंद खत्री के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही कपड़ा कारोबारियों में कानाफूसी शुरू हो गई। कपड़ा कमेटी के पदाधिकारी भी सक्रिय हो गए। देर रात छापेमारी की सूचना मिलने के बाद कपड़ा बाजार में हलचल मच गई। लोग फोन पर एक दूसरे से पल-पल की जानकारी मांगते रहे।

मेरठ में भी जुड़ रहे थे हवाला से तार
कानपुर आरबीआइ के क्षेत्र में आने वाले मेरठ में 29 दिसंबर को एक बिल्डर्स के यहां से बरामद 25 करोड़ रुपये के पुराने नोट के मामले में भी हवाला का मामला सामने आ रहा था। हालांकि आयकर विभाग अभी मेरठ मामले की जांच कर रहा है लेकिन जांच के दायरे में 14 बिल्डर्स के शामिल होने के बाद खलबली मची हुई है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला था कि रकम को बदलवाने के लिए रखा गया है और हवाला के जरिये ये रकम बदलने के लिए विदेश भेजी जानी थी।

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